कूलम्ब का नियम

कूलम्ब का नियम सूत्र

तो कूलम्ब का नियम न्यूटन (N) में विद्युत बल F की गणना दो विद्युत आवेशों q 1 और q 2 के बीच कूलम्ब (C) में करता है।

मीटर (एम) में आर की दूरी के साथ ।

 

F=k\frac{q_1\cdot q_2}{r^2}

F न्यूटन (N) में मापे गए q 1 और q 2 पर बल है ।

k कूलम्ब का नियतांक है k = 8.988×10 9 N⋅m 2 /C 2

क्यू 1 कूलॉम (सी) में पहला चार्ज है।

क्यू 2 कूलॉम (सी) में दूसरा चार्ज है।

r मीटर (m) में 2 आवेशों के बीच की दूरी है।

 

अतः जब आवेश q1 और q2 को बढ़ाया जाता है, तो बल F बढ़ जाता है।

अत: जब दूरी r को बढ़ाया जाता है, तो बल F को घटाया जाता है।

कूलम्ब का नियम उदाहरण

तो 2 × 10 -5 C और 3 × 10 -5 C के 2 विद्युत आवेशों के बीच बल ज्ञात कीजिए, जिनके बीच की दूरी 40 सेमी है।

क्यू 1 = 2×10 -5 सी

क्यू 2 = 3×10 -5 सी

आर = 40 सेमी = 0.4 मी

F = k×q1×q2 / r2 = 8.988×109N⋅m2/C2 × 2×10-5C × 3×10-5C / (0.4m)2 = 37.705N

 


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